इस बार क्रिसमस पर आसमान में दिखेगा अनोखा नजारा, चूके तो इतने साल करना होगा इंतजार

पूरी दुनिया में ईसाई धर्म को मानने वाले क्रिसमस (Christmas) का बेसब्री से इंतजार करते हैं. हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाने वाले क्रिसमस का त्योहार ईसाई धर्म (Christian Religion) के अनुयायियों के लिए सबसे बड़ा और खुशियों वाला त्योहार होता है. इस दिन चर्च में विशेष प्रार्थना होती है और रातभर पार्टियों को दौर चलता है. क्रिसमस के इस महीने की शुरुआत से ही लोग तैयारियां शुरु कर देते हैं. इस बार क्रिसमस के इस महीने में आसमान में कुछ ऐसा दिखने वाला है जो पिछले 800 सालों से कभी नजर नहीं आया.
अगर आपने इस घटना को नहीं देख तो आपको इसके लिए 60 साल इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल, इस बार क्रिसमस से पहले आसमान में एक अद्भुत खगोलीय घटना होने जा रही है. क्रिसमस से ठीक पहले यानी 21 दिसंबर को संक्रांति के दिन आसमान में क्रिसमस का तारा दिखाई देने वाला है. इस दिन आकाश में बृहस्पति और शनि ग्रह एक सीधी रेखा में आ जाएंगे. इसे क्रिसमस स्टार या बेथलेहम का तारा भी कहा जाता है.
खगोलविदों के मुताबिक, बृहस्पति और शनि ग्रह दोनों ही मध्यकाल के बाद अभी तक पृथ्वी के बेहद करीब एक साथ नहीं आए हैं. अमेरिका की राइस यूनिवर्सिटी के खगोलविद पैट्रिक हर्टिगन ने फोर्ब्स पत्रिका को बताया कि बृहस्पति और शनि ग्रह 20 साल के बाद हमेशा एक सीधी रेखा में आते हैं लेकिन इस बार का संगम अपने आप में दुर्लभ घटना है. ऐसा इसलिए कि ये दोनों ही ग्रह काफी करीब आ जाएंगे और इंसान इन्हें देख सकेंगे. यानी आसमान में हर कोई इन्हें आसानी से देख पाएगा. हर्टिगन का कहना है कि इससे पहले ये दोनों ग्रह 4 मार्च 1226 को आसमान एक साथ पृथ्वी के सबसे नजदीक आए थे.
तभी लोगों ने इन्हें एक साथ आसमान में साफ देखा था. इसे आकाश में क्रिसमस का तारा बताया गया. बता दें कि उत्तरी गोलार्द्ध में खगोलविद 21 दिसंबर को सूर्यास्त के 45 मिनट बाद आकाश के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से को अगर नंगी आंखों या टेलिस्कोप की मदद से निहारते हैं तो उन्हें क्रिसमस का तारा नजर आएगा. हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि यह अद्भुत नजारा पूरे हफ्ते नजर आएगा. फोर्ब्स ने कहा कि अब अगली बार ऐसा नजारा साल 2080 में ही आसमान में देखने को मिलेगा. तो अगर आप भी तारों और ग्रहों के बारे में जानना चाहते हैं और 21 दिसंबर को इस अद्भुत नजारे को देख सकते हैं.