ये देश सबसे बड़ा खतरा! अमेरिका और बाकी देशों के लिए जारी हुआ अलर्ट

नई दिल्ली: चीन को लेकर अमेरिका के खुफिया निदेशक ने अलर्ट जारी किया है। निवर्तमान राष्ट्रीय खुफिया निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने चीन के बारे में कहा है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से चीन अमेरिका और बाकी अन्य मुक्त देशों के लिए अब तक का सबसे बड़ा खतरा है। बृहस्पतिवार को अमेरिका से चीन के लिए ये बयान ऐसे समय आया है, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन पर पेइचिंग के खिलाफ कड़ा रुख बनाए रखने के हिसाब से चीन विरोधी बयान दे रहे हैं।
प्रमुख कंपनियां चीनी कम्युनिस्ट पार्टी
अमेरिका खुफिया निदेशक जॉन रैटक्लिफ ने बृहस्पतिवार को प्रकाशित अपने एक आलेख में लिखा है कि खुफिया जानकारी साफ है। बीजिंग, अमेरिका और बाकी दुनिया पर आर्थिक, सैन्य और तकनीकी रूप से हावी होने का इरादा रखता है।
चीन के बारे में बात करते हुए कहते हैं, ”चीन की कई प्रमुख सार्वजनिक पहलें और प्रमुख कंपनियां चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की गतिविधियों के लिए आवरण की एक परत पेश करती हैं। मैं आर्थिक जासूसी के इस दृष्टिकोण को ‘चुराना, उसकी नकल करना और उसके बदले दूसरा पेश करना‘ कहता हूं।”
वैश्विक बाजार में अमेरिकी कंपनियों की जगह
आगे निदेशक रैटक्लिफ ने दावा किया कि चीन अमेरिकी कंपनियों की बौद्धिक संपदा को लूटता है, प्रौद्योगिकी की प्रतिकृति तैयार करता है और फिर वैश्विक बाजार में अमेरिकी कंपनियों की जगह ले लेता है।
इस दौरान ट्रंप प्रशासन के अधिकारी चीन विरोधी बातें कई महीनों से कर रहे हैं और खास करके राष्ट्रपति चुनाव के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के लिए भी चीन को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि बाइडन चीन के मामले में नरमी बरत सकते हैं। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन इस बात से सहमत हैं कि चीन अंतरराष्ट्रीय कारोबार नियमों का पालन नहीं कर रहा है।